जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर ने की स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा
नीमच : जिला प्रशासन द्वारा किए गए विशेष प्रयासों एवं निरंतर मॉनिटरिंग के फलस्वरूप जिले के सभी पोषण पुर्नवास केंद्रों में मेम एवं सेम श्रेणी के भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। बच्चों के टीकाकरण का प्रतिशत भी बढ़ा है। यह जानकारी कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में सभी बीएमओ द्वारा दी गई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्णव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ.हितेन्द्र सिसोदियासहित अन्य चिकित्सक, बीएमओ एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी बीएमओ 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी शेष हितग्राहियों के एक माह में आयुष्मान कार्ड बनवाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कुकडेश्वर, डिकेन एवं जाट में प्रसुति केंद्र क्रियाशील होने पर संबंधित सेक्टर चिकित्सा अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए।
बैठक में कलेक्टर ने सभी गर्भवती महिलाओं की नियमानुसार 4 प्रसव पूर्व जॉंचे अनिवार्य रूप से करवाने के निर्देश दिए। उन्होने एएनसी, जन्म तथा टीकाकरण के आंकड़ों का तीनों ब्लॉक के एक-एक गांव में सर्वे करवाकर, डेटा एनालिसिस कर प्रस्तुत करने के निर्देश भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं सभी बीएमओ को दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए, लाईव बर्थ एवं टीकाकरण के आंकड़ों में अंतर प्रदर्शित हो रहा है, इस पर 7 दिवस में डेटा एनालिसिस कर विस्तृत रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए है।
बैठक में राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, मातृ स्वास्थ्य समीक्षा, मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम, अंधत्व निवारण एवं कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम , राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा की गई।