भीलवाड़ा. राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, पुर की पहचान यूँ तो जुडो कुश्ती में चैंपियन के रूप में है लेकिन इस बार स्कूल की छात्राओं ने राजस्थान बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है। कला वर्ग की कुल 90 छात्राओं में से 48 छात्राओं ने प्रथम श्रेणी, 39 ने द्वितीय श्रेणी और 1 छात्रा ने तृतीय श्रेणी में सफलता अर्जित की।
*कोमल माली ने विद्यालय टॉप किया*
कोमल माली ने सर्वाधिक 453 अंक (90.6%) प्राप्त कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 11 छात्राओं ने 80% से अधिक अंक प्राप्त किए। 25 छात्राओं ने विशेष योग्यता (75% से अधिक) अंक प्राप्त किये। 14 छात्राओं ने एक या अधिक विषयों में 90 से अधिक अंक अर्जित किए। विशेष बात यह रही कि यह उल्लेखनीय परिणाम इतिहास और हिन्दी व्याख्याता के दो पद रिक्त होने के बावजूद प्राप्त हुआ है।
*विज्ञान और वाणिज्य वर्ग की विशेष उपलब्धि*
विज्ञान और वाणिज्य वर्ग में ऐच्छिक विषय व्याख्याता के सभी पद रिक्त होने के बावजूद परीक्षा परिणाम शानदार रहा। विज्ञान वर्ग में 19 में से 15 छात्राएँ प्रथम श्रेणी से तथा 3 छात्राएँ द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुईं, जो आत्मनिर्भर अध्ययन और विद्यालय की मार्गदर्शक व्यवस्था का प्रशंसनीय उदाहरण है। वाणिज्य वर्ग में सभी छात्राओं ने 79% से अधिक अंक प्राप्त करके सफलता का परचम लहराया और यह दिखाया कि साधनों की कमी भी सफलता को नहीं रोक सकती।
*शिक्षकों की भूमिका सराहनीय*
इस सफलता के पीछे विद्यालय के समर्पित शिक्षकों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। मास्टर ऑफ मास्टर्स योगेश दाधीच ने भूगोल विषय में गहन समझ और निरंतर अभ्यास से छात्राओं को सशक्त किया। निरुपमा यादव ने अँग्रेजी भाषा की कठिनाइयों को सरल बनाकर अच्छे अंक दिलवाए। निरमा ने हिन्दी भाषा में साहित्यिक रुचि और लेखन क्षमता को उभारते हुए विषय में उच्चतम परिणाम दिलवाए। अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी राजीव शर्मा और कनिष्ठ सहायक श्रुति सारस्वत ने वाणिज्य का जबकि पूर्व छात्राओं अशिता जोशी और आशा विश्नोई ने अन्य रिक्त पदों के विषयों का अध्यापन करवाकर श्रेष्ठ परिणाम में अपना योगदान दिया।
विद्यालय की प्राचार्य गरिमा व्यास के नेतृत्व और प्रेरणादायी वातावरण में विद्यार्थियों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। व्यास ने सभी छात्राओं, अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा, “यह सफलता हमारे विद्यालय की टीम भावना, विद्यार्थियों की मेहनत और शिक्षकों की प्रतिबद्धता का प्रतिफल है। हम आने वाले वर्षों में भी इससे बेहतर प्रदर्शन के लिए संकल्पित हैं।”
रिपोर्ट : राजकुमार गोयल