दुनिया का दस्तुर है कि धरती पर पड़ी किसी भी प्राणी की लाश को गिद्ध व अन्य पक्षी नोच कर खाते है। लेकिन पिछले दिनो नीमच में देखने में आया की मुन्त्रिधाम पर रखे कंकालों के पात्रों की उठाई गीरी जारी है। इसका खुलासा हुआ। 72 वर्षीय स्व.जय प्रकाश जी सेठी जिनका अंतिम संस्कार 20 अप्रैल रविवार को हुआ। अस्थि संचय 21 अप्रैल को करके भैरव मंदिर मुक्तिद्याम स्थित कमरे में रख दी गई। परन्तु जब 26 अप्रैल शनिवार को सेठी परिवार के लोग अस्थियां विसर्जन करने के उद्देश्य से शमशान लेने पहुंचे तो अस्थि पात्र नही मिला। पर्याप्त खोजबीन के बाद मामला पुलिस के संज्ञान में लाया गया। यह सब होने के बावजूद एक मई समाचार जारी करने तक अस्थि पात्र नही मिल सका। हां सेठी जी के सुपुत्र देवांशु सेठी की जागरूकता के बाद अब अन्य लोगों ने भी उनके परिवार जन के अस्थि पात्र नही मिलाने के मामले प्रकट किए है।
मामला भले मृतक की अस्थियों का है पर परिवार की आस्था पर आघात करने वाला है। इसलिये घटना की तत्परता से जांच हो व कंकालों के साथ ऊठाई गीरी करने वाले सामने आए। श्री सेठी ने बताया कि मै व परिवार उग्र घटना से आहत हूॅ। शासन, प्रशासन व मुक्तिधाम समिति पदाधिकारियों से निवेदन करना चाहता हूॅ कि आस्थाओं पर आघात करने वाले कुकर्म आगे न हो। यथा शीघ्र कुकर्मियों के बेनकाब किया जाये।
धर्म : कलयुग में चल रहा, काली कलकत्ते वाली का कंकाली खेल!
दुनिया का दस्तुर है कि धरती पर पड़ी किसी भी प्राणी की लाश को गिद्ध व अन्य पक्षी नोच कर खाते है। लेकिन पिछले दिनो नीमच में देखने में आया की मुन्त्रिधाम पर रखे कंकालों के पात्रों की उठाई गीरी जारी है। इसका खुलासा हुआ। 72 वर्षीय स्व.जय प्रकाश जी सेठी जिनका अंतिम संस्कार 20 अप्रैल रविवार को हुआ। अस्थि संचय 21 अप्रैल को करके भैरव मंदिर मुक्तिद्याम स्थित कमरे में रख दी गई। परन्तु जब 26 अप्रैल शनिवार को सेठी परिवार के लोग अस्थियां विसर्जन करने के उद्देश्य से शमशान लेने पहुंचे तो अस्थि पात्र नही मिला। पर्याप्त खोजबीन के बाद मामला पुलिस के संज्ञान में लाया गया। यह सब होने के बावजूद एक मई समाचार जारी करने तक अस्थि पात्र नही मिल सका। हां सेठी जी के सुपुत्र देवांशु सेठी की जागरूकता के बाद अब अन्य लोगों ने भी उनके परिवार जन के अस्थि पात्र नही मिलाने के मामले प्रकट किए है।
मामला भले मृतक की अस्थियों का है पर परिवार की आस्था पर आघात करने वाला है। इसलिये घटना की तत्परता से जांच हो व कंकालों के साथ ऊठाई गीरी करने वाले सामने आए। श्री सेठी ने बताया कि मै व परिवार उग्र घटना से आहत हूॅ। शासन, प्रशासन व मुक्तिधाम समिति पदाधिकारियों से निवेदन करना चाहता हूॅ कि आस्थाओं पर आघात करने वाले कुकर्म आगे न हो। यथा शीघ्र कुकर्मियों के बेनकाब किया जाये।