टीकमगढ़। पिता की मौत के बाद उनके दो बेटों के बीच अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि बड़ा पिता के शव के दो टुकड़े कर अलग-अलग अंतिम संस्कार करने की जिद पर अड़ गया। इस विवाद के बीच शव 5 घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा। शव के टुकड़े कर अलग-अलग अंतिम संस्कार करने की जिद। जतारा में रविवार सुबह पांच बजे ध्यानी सिंह का निधन हुआ था। जिसके बाद बेटे किशन सिंह घोष और दामोदर घोष के बीच पिता के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया। अंतिम यात्रा में शामिल रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने दोनों बेटों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किशन सिंह जिद पर अड़ा रहा। 5 घंटे सड़क पर पड़ा रहा शव। इस दौरान बुजुर्ग का शव करीब पांच घंटे तक घर के बाहर पड़ा रहा। परिवार का विवाद बढ़ता देख ग्रामीणों ने जतारा थाना पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी जिद छोड़ने को तैयार नहीं थे। किशन सिंह अपने पिता का शव काटकर अलग-अलग अंतिम संस्कार करने पर अड़ा था, जिसे लेकर गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी और समझाइश देकर अपनी मौजूदगी में अंतिम संस्कार संपन्न कराया। गांव में इस तरह के विवाद से ग्रामीण भी हैरान थे। बुजुर्ग की मौत के बाद हुए इस घटनाक्रम से पूरे क्षेत्र में चर्चा बनी रही। पुलिस के हस्तक्षेप से आखिरकार दोनों भाइयों ने समझौता किया और अपने पिता का अंतिम संस्कार एक साथ किया।
शहर : पिता के शव के दो टुकड़े कर अलग-अलग अंतिम संस्कार करने की जिद पर अड़े भाइयों को आखिरकार खाकी के आगे झुकना ही पड़ा...हुआ अंतिम संस्कार
टीकमगढ़। पिता की मौत के बाद उनके दो बेटों के बीच अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि बड़ा पिता के शव के दो टुकड़े कर अलग-अलग अंतिम संस्कार करने की जिद पर अड़ गया। इस विवाद के बीच शव 5 घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा। शव के टुकड़े कर अलग-अलग अंतिम संस्कार करने की जिद। जतारा में रविवार सुबह पांच बजे ध्यानी सिंह का निधन हुआ था। जिसके बाद बेटे किशन सिंह घोष और दामोदर घोष के बीच पिता के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया। अंतिम यात्रा में शामिल रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने दोनों बेटों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किशन सिंह जिद पर अड़ा रहा। 5 घंटे सड़क पर पड़ा रहा शव। इस दौरान बुजुर्ग का शव करीब पांच घंटे तक घर के बाहर पड़ा रहा। परिवार का विवाद बढ़ता देख ग्रामीणों ने जतारा थाना पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी जिद छोड़ने को तैयार नहीं थे। किशन सिंह अपने पिता का शव काटकर अलग-अलग अंतिम संस्कार करने पर अड़ा था, जिसे लेकर गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी और समझाइश देकर अपनी मौजूदगी में अंतिम संस्कार संपन्न कराया। गांव में इस तरह के विवाद से ग्रामीण भी हैरान थे। बुजुर्ग की मौत के बाद हुए इस घटनाक्रम से पूरे क्षेत्र में चर्चा बनी रही। पुलिस के हस्तक्षेप से आखिरकार दोनों भाइयों ने समझौता किया और अपने पिता का अंतिम संस्कार एक साथ किया।